शुक्रवार, 29 जुलाई 2011


पं. बिरजू महाराज के जीवन से जुड़ी रोचक बाँते...
               
कोलकाता को माँ और मुंबई को पिता मानते है
महाराज जी ने कोलकाता से अपने सफलता के सफ़र की शुरुआत की और फिर मुंबई में काफ़ी आगे बढ़े। वह कोलकाता को अपनी माँ और मुंबई को अपना पिता कहते हैं। दिल्ली में रहने वाले महाराज़ दिल्ली को रिश्तेदार नहीं बल्कि अपना दोस्त कहते हैं।

कारों की चाल दुरुस्त करने का भी हुनर
बिरजू महाराज के पास सिर्फ नृत्य की ताल नहीं है वे कारों की चाल दुरुस्त करने का भी हुनर जानते हैं । कार की छोटी-मोटी खराबी को वे खुद ही ठीक कर लेते है। गाड़ी चलाने की बात करे तो अब वे लंबी ड्राइव नहीं कर पाते हैं। दरअसल रेड लाइट की वजह से उन्हे बार-बार रुकने में दिक्कत होती है।

बिरजू महाराज की बड़ी प्रशंसक हैं माधुरी
हिन्दी सिनेमा की धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित कथक गुरू पंडित बिरजू महाराज के नृत्य की बड़ी प्रशंसकों में से एक हैं। माधुरी के अनुसार बिरजू महाराज एक अद्भुतनर्तक हैं। गौरतलब है कि माधुरी दीक्षित हिंदी सिनेमा की उन गिनी-चुनी अभिनेत्रियों में शामिल हैं जिन्हें बिरजू महाराज से नृत्य सीखने का मौका मिला है। उल्लेखनीय है कि महाराज ने फिल्मकार संजय लीला भंसाली की फिल्म 'देवदास' के एक गीत 'काहे छेड़े मोहे.' की कोरियोग्राफी की थी और संगीत भी दिया है।

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